UPI - agniveerupi@sbi, agniveer.eazypay@icici
PayPal - [email protected]

Agniveer® is serving Dharma since 2008. This initiative is NO WAY associated with the defence forces scheme launched by Indian Govt in 2022

UPI
agniveerupi@sbi,
agniveer.eazypay@icici

Agniveer® is serving Dharma since 2008. This initiative is NO WAY associated with the defence forces scheme launched by Indian Govt in 2022

“बिजया” मंदिर बना “बीजामंडल” मस्जिद

मूल नाम: बीजा मंडल या बिजया मंदिर (हिन्दू देवी को समर्पित)

स्थान: विदिशा, मध्य प्रदेश

इस्लामिक अत्याचार के बाद परिवर्तित नाम: बीजा मंडल मस्जिद

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से लगभग ६० किलोमीटर की दूरी पर स्थित है –  विदिशा शहर। विदिशा अपनी बीजामंडल मस्जिद और उसके दिलचस्प इतिहास के लिए प्रसिध्द है।

इस्लामिक राज में भारतवर्ष के बहुत से अद्भुत वैभवशाली मंदिर विनष्ट कर मस्जिद में बदल दिए गए थे। हिन्दू मंदिरों को लूट-खसोट कर, उनकी संपत्ति हड़प कर, उसे तबाह करने के बाद उसी ढहाए हुए मंदिर के बचे हुए अवशेषों से वहां मस्जिद बना दी जाती थी। और इस तरह एक हिन्दू मंदिर मस्जिद में तब्दील कर दिया जाता था, बीजामंडल मस्जिद भी इसी का एक उदाहरण है।

आज अपना सारा वैभव खोकर खड़ा बीजामंडल मुग़ल और इस्लामिक लुटेरों के भीषण क्रूर अत्याचार की दर्दनाक कहानी कह रहा है।

बिजया मंदिर परमार राजाओं द्वारा बनवाया गया प्रतिष्ठा की देवी चर्चिका का मंदिर था। इस मंदिर को ध्वस्त कर उसी की तोड़ी गई सामग्री से वहां बीजामंडल मस्जिद बना दी गई।

वहां मौजूद एक स्तंभ पर मिले संस्कृत अभिलेख के अनुसार मूलतः यह मंदिर विजय दिलाने वाली देवी ‘विजया’ को अर्पित था, जिसे मालवा के राजा नरवर्मन ने बनवाया था। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) भी इसका स्पष्ट उल्लेख करता है।

बीजा या बिजया शब्द – देवी विजया रानी के नाम का ही बिगड़ा हुआ रूप है। इस तरह बीजा मंडल या बिजया मंदिर एक हिन्दू देवी को समर्पित मंदिर था।

सन् १६५८-१७०७ में औरंगजेब की क्रूर निगाह इस पर पड़ी, जिसने अपना शिकार बनाते हुए इसे लूट-खसोट कर तहस-नहस कर दिया। उसने कीमती मूर्तियों को मंदिर के उत्तरी भाग में दबवा दिया और इसे एक मस्जिद में परिवर्तित कर दिया।

भले ही यह परिसर अब भारतीय पुरातत्व विभाग द्वारा स्मारक के रूप में संरक्षित है लेकिन पिछले ३०० वर्षों से इसका इस्तेमाल खासतौर से ईद के मौके पर ईदगाह के रूप में और बड़ी महफिलों के लिए होता आ रहा है।

सन् १९९१ की एक तूफानी रात में इस मस्जिद के उत्तरी किनारे की दीवार भारी बारिश के कारण भहराकर गिर पड़ी। टूट कर उलट-पुलट हो चुकी इस दीवार ने बिजया मंदिर की ३०० वर्ष पुरानी दबी हुई समृद्धि को उजागर कर दिया। भारतीय पुरातत्व विभाग भी यह स्वीकार करता है कि उनके द्वारा वहां खुदाई करवा कर कई तराशी हुई मूर्तियां, बहुमूल्य ख़जाना और प्रतिमाएं प्राप्त की गईं।

बीजामंडल मस्जिद की दिवारों और स्तंभों पर रामायण और महाभारत के अभिलेख खुदे हुए हैं। यह सभी प्रमाण लोगों के देखने के लिए वहां उपलब्ध हैं।

मुसलमानों को इस बात को समझना होगा कि कैसे उनके हिन्दू पूर्वजों (काफिरों) को और उनकी सांस्कृतिक धरोहरों को जबरन इस्लाम में परिवर्तित किया गया है। सांस्कृतिक धरोहर को वापस पाने की इस मुहीम में उन्हें हिन्दुओं के साथ आकर इसे और गति प्रदान करनी चाहिए।    

Original article in English is available here: “BIJAYA” TEMPLE TURNED INTO “BIJAMANDAL” MOSQUE

 

Agniveer
Agniveer
Vedic Dharma, honest history, genuine human rights, impactful life hacks, honest social change, fight against terror, and sincere humanism.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

0FansLike
0FollowersFollow
91,924FollowersFollow
0SubscribersSubscribe
Give Aahuti in Yajnaspot_img

Related Articles

Categories